

नवरात्रि के पावन पर्व दुर्गा अष्टमी के शुभ अवसर पर आराध्या वेलफेयर सोसाइटी द्वारा किया गया बेटी को जन्म देने वाली माताओं का सम्मान
खंडवा।
आराध्या वेलफेयर सोसाइटी नीमच के तत्वावधान में शारदीय नवरात्र पावन पर्व की दुर्गाष्टमी के अवसर पर राजमाता विजयराजे सिंधिया हॉस्पिटल में बेटियों को जन्म देने वाली माताओं को सम्मानित किया गया। सोसाइटी की संयोजिका एडवोकेट श्रीमती मीनू लालवानी ने बताया कि बेटी है कुदरत का उपहार इसको भी है जीने का अधिकार, बेटियों को बचाओगे तो संसार का सुख पाओगे, मां चाहिए, पत्नी चाहिए, बहन चाहिए लेकिन बेटी भी जरुर चाहिए, बेटी है जग की जननी इसकी रक्षा हम सबको है करनी, कन्या संतान बचानी है भ्रुण हत्या रोकना है जिस घर में बेटी का होता है सम्मान वह घर होता है स्वर्ग के समान, लक्ष्मी का वरदान है बेटी धरती पर भगवान है अगर बेटा शान है तो बेटियां भी देश की आन है। श्रीमती लाल वानी ने यह भी बताया कि माताओं को सम्मानित करने का यह सिलसिला विगत 7 वर्षों से अधिक समय से निरंतर चला आ रहा है। जिसके तहत सोसाइटी द्वारा 12000 से अधिक माताओं को सम्मानित किया जा चुका है इसी श्रृंखला को निरंतर जारी रखते हुए रविवार 22 अक्टूबर शाम 5 बजे बेटियों को जन्म देने वाली माताओं को जिला चिकित्सालय पहुंचकर मोतियों की माला पहनकर ड्राई फ्रूट व बच्चों के मोजे, दलिया, फ्रूट तथा बच्चों के गिफ्ट, खिलौने वितरित कर सम्मानित किया गया।समाजसेवी श्रीमती नीता तुगनावत ने कहा कि नवरात्रि के अष्टमी जैसे पावन पर्व पर हम सभी को बेटियों को जन्म देने वाली माताओ का सम्मान करने का अवसर प्राप्त हुआ है जिसके लिए हम सभी आराध्या संयोजिका श्रीमती एडवोकेट मीनू लालवानी को कोटि-कोटि धन्यवाद देते हैं जिन्होंने हमें एक मोती के मानक की तरह एक माला में पिरोय रखा है।
इस अवसर पर आराध्या संयोजिका एवं एडवोकेट श्रीमती मीनू लालवानी, समाजसेवी ज्योति रोहिडां, नीता तुगनावत, नेहा डाढवानी, सोनिया रोहिड़ा, सिमरन कोटवानी, अर्चना जोशी, डॉ. स्वप्निल वाधवा, चंद्रप्रकाश (मोमू लालवानी), चंद्रशेखर जायसवार, मोहम्मद रईस हुसैन पटवा आदि समाजसेवीगण उपस्थित थे।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
