

माता रानी को समर्पित दोहे
माँ की जब होती कृपा,छंटे तम अज्ञान।
राह सही चलने लगे,हर भटका अंजान।।
तेरी महिमा गान से,मिलती खुशी अपार।
तू जग भर की मात है,तू ही तारणहार ।।
हर माँ में अम्बे बसे,हो उनका सम्मान।
है सच्ची पूजा वही,रखना इसका भान।।
भूखी माँ बस भाव की,चाह न छप्पन भोग।
निज जननी सेवा करें,मिटे व्याधि औ रोग।।
मन पावन कर लीजिए,मन से हटा विकार।
होगी पूजा हर सफल,माँ आएँगी द्वार।।
–रश्मि सिंह
रांची

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
