

ग़ज़ल
गामज़न अपना कारवां रखिये।
ज़िन्दगी को रवां दवां रखिये।
उम्र को जानिये फ़क़त गिनती,
सोच अपनी सदा जवां रखिये।
कोन जाने कहाँ मिले मौका,
तीर से पुर सदा कमां रखिये।
शामियाने की क्या ज़रूरत है,
तानकर सरपे आसमां रखिये।
अब पहाड़ों पे जा बनायें मत,
दूर ख़तरे से आशियां रखिये।
हमीद कानपुरी,
अब्दुल हमीद इदरीसी,
179, मीरपुर, छावनी, कानपुर -208004

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
