

हौसला
एक कदम चल अकेला ,
फिर पीछे होगा पूरा काफिला ,
कौन कहता है प्यासा कुआं
के पास आये ,
अगर मजबूत है तेरा हौसला
तो कुआं खुद आकर तेरी
प्यास बुझाय,
हौसला में अपार शक्ति है ,
हौसले से चट्टान भी सरकती है ,
हाँ मित्रो हौसला है ये
जिसके दम पर खग उडान भरते है ,
आम जन भी खास बनते है,
अटल और कलाम जी जैसे
महारथियों का सब गुणगान करते है ,
हर दिन भारत जीत रहा
‘स्वर्ण पदक ‘
ये सब है खिलाडियों के
हौसले की ताकत …..
शिल्पी पचौरी
जयपुर

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
