

: लोकतंत्र सेनानी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री बाबू सरताज सिंह नहीं रहें
इटारसी।
12 अक्टूबर 2023 पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं 2 बार मध्यप्रदेष के केबिनेट मंत्री एवं 5 बार सांसद रहे श्री सरताज सिंह छतवाल का बीमारी के दौरान 83 वर्ष की आयु में भोपाल में दुखद निधन हो गया 13 अक्टूबर,शुक्रवार को दोप 2 बजे शांतिधाम श्मशानघाट गोकुल नगर खेडा इटारसी में राजकीय सम्मान के साथ उनका अन्तिम संस्कार किया जायेगा । अंतिम संस्कार के पूर्व उनके पार्थिव देह को भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय नर्मदापुरम में दर्शनार्थ रखा जावेगा। उसके पष्चात अन्तिम अरदास गुरूद्वारा इटारसी में होगी ।
स्व. श्री सरताज सिंह का जन्म 26 मई 2040 को उज्जैन के पास वड़नगर में हुआ था उनके पिता स्व. अवतार सिंह भारत विभाजन के समय रावलपींडी से मध्यप्रदेष आ गये थे ।
सरताज सिंह की शिक्षा एम.जी.एम. काॅलेज इटारसी में हुई। उनके तीन पुत्रियां एवं पत्नि गुरमित कौर है ।
स्व. सरताज सिंह की पैतृक सम्पत्ति सूरजगंज इटारसी में है जबकि एकलव्य स्कूल धौखेडा, तवा प्लाजा रैसलपुर एवं होटल पुखराज भोपाल में है।
स्व. श्री सरताज सिंह 4/02/1972 से 30/05/1972 तक एवं 16/08/1972 से 09/03/1973 एवं 09/03/1978 से 06/05/1980 तक नगर पालिका इटारसी के अध्यक्ष रहे। आपातकाल के दौरान उन्हे 19 महिने मीसाबंदी के रूप जेल में रखा गया। 1985 में विजय कुमार दुबे काकू भाई ने विधायक का चुनाव 1867 मत से हराया था। सन् 2018 में भारतीय जनता पार्टी की टिकट नहीें मिलने पर इन्होने कांग्रेस प्रत्याषी के रूप में नर्मदापुरम विधानसभा से चुनाव लड़ा एवं इन्हीं के राजनैतिक शिष्य डाॅ सीतासरन शर्मा से यह चुनाव 15 हजार वोट से हारे ।
सन् 1989 से 1996 के बीच में स्व. सरताज ने कांग्रेस के प्रत्याषी रामेष्वर निखरा को 3 बार लोकसभा चुनाव हराया । 1998 में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुनसिंह को चुनाव हराया, वह 1999 में लोक सभा चुनाव नही लडे एवं 2004 में पुनः लोकसभा सदस्य बने ।
स्व. सरताज सिंह अटल बिहारी बाजपेयी की 13 दिन की सरकार मेें लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री रहे। स्व. सरताज सिंह सांसद रहते हुए संसद की कई समितियों के सदस्य रहे एवं विदेश यात्राएं की ।
सन् 2008 में सिवनी मालवा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हजारी लाल रघुवंषी को चुनाव हराया एवं इसी विधानसभा क्षेत्र से 2013 में भी विधायक बने।
28 अक्टूबर 2009 को वह पहली बार मध्यप्रदेष मंत्री मण्डल में शामिल हुए और उन्हे वनमंत्री बनाया गया। 21 दिसम्बर 2013 को उनको मध्यप्रदेष मंत्री मण्डल में लोक निर्माण मंत्री बनाया ।
2018 में वह ज्योतिराजेसिधिंया के साथ कांग्रेस में गये थे और उन्ही के साथ वापिस भारतीय जनता पार्टी में आ गये थे ।
स्व.श्री सरताज सिंह एक मिलनसार और सबको साथ लेकर चलने वाले तथा गरीबों को हमेषा सहयोग करने वाले नेता के रूप में याद किये जायेंगे । इटारसी का गुरूनानक पब्लिक स्कूल, गुरूद्वारा एवं देषबंधुपुरा का नया भवन उन्ही की देन है। वह गुरूनानक स्कूल, गुरूसिघ सभा इटारसी के कई वर्षो तक अध्यक्ष रहे। इटारसी नगर में नगर पालिका अध्यक्ष एवं सांसद रहते हुए बहुत से कार्य कराये जो याद रखे जायेंगे। स्व. सरताज सिंह का जन्म भले ही उज्जैन के वड़नगर में हुआ हो लेकिन उनकी कर्मभूमि इटारसी रही ।
स्वर्गीय श्री सरताज सिंह के निधन पर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा इटारसी एवं विधायक डॉक्टर सीतासरन शर्मा, पूर्व विधायक अंबिका प्रसाद शुक्ला नगर अध्यक्ष कांग्रेस मयूर जायसवाल नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे नगर मंडल अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह ने विनम्र श्रद्धांजलि दी है।
– प्रमोद पगारे
वरिष्ठ पत्रकार ,इटारसी

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
