काव्य : पूर्वज – सौ, भावना विधानी अमरावती

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पूर्वज

जिस घर में पूर्वजों की होती है सेवा,
ताउम्र उनको मिलता है आशीष और मेवा।

जिनके पूर्वज रहते हैं दिल से हर पल खुश,
उनका बिगाड़ नहीं सकता कोई भी कुछ।

पूर्वजों के आशीर्वाद से संपन्न होते हैं सारे काम,
होती है प्रगति और बढ़ता है जीवन में नाम।

कोशिश कीजिए कि पूर्वज कभी नाराज ना हो जाए,
दिल से सेवा कर उनकी हमेशा उनका आशीर्वाद पाएं।

सौ, भावना विधानी
अमरावती

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