

साहित्य उपवन रचनाकार मंच का वार्षिकोत्सव सम्पन्न
नयी दिल्ली ।
साहित्य उपवन रचनाकार मंच का वार्षिकोत्सव नयी दिल्ली स्थित गाँधी शान्ति प्रतिष्ठान के सभागार में डाॅ0 जीतराम भट्ट, डाॅ0 सविता चड्ढा, डाॅ0 राकेश सक्सेना, डाॅ0 चेतन आनंद, डाॅ0 सुनीता सक्सेना, डाॅ0 पुष्पा सिंह विसेन, डाॅ0 ओमप्रकाश प्रजापति के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ कुसुमलता कुसुम की सरस्वती वंदना एवं अंशी कमल के स्वागत गीत से हुआ। इस अवसर पर पद्मश्री प्राप्त दस चुनिंदा किरदारों पर आधारित ‘ हौसलों के हमसफर ‘ कृति का विमोचन भी किया गया।
संस्थापक कुमार रोहित रोज ने आगंतुक अतिथियों व सुदूर प्रान्तों से पधारे काव्य साधक- साधिकाओं का पगड़ी, मुक्तामाल, प्रतीक चिह्न व प्रमाण पत्रों के साथ सम्मान किया। अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार डाॅ0 राकेश सक्सेना ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ये संस्था उपयोगी व प्रेरक इसलिए है कि ये नवांकुरों को काव्य के विविध छंदों का ज्ञान कराने के साथ-साथ उनकी सृजनात्मक क्षमता व अभिव्यक्ति कौशल में निखार ला रही है। अल्पकाल में ही ‘ हौसलों के हमसफर ‘ कृति का प्रकाशन बेहतरीन आगाज है। डाॅ0 चेतन आनंद ने बताया कि प्रकाशित कृति उपयोगी है जो भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। डाॅ0 सुनीता सक्सेना ने कहा कि इस पुस्तक में पद्मश्री प्राप्त किरदारों पर रचनाकारों की रचनाधर्मिता प्रशंसनीय है जो साहित्य जगत में मील का पत्थर सिद्ध होगी।
मुख्य अतिथि डाॅ0 सविता चड्ढा ने सराहना करते हुए पुस्तक को नयी पीढ़ी के लिए उपयोगी बताया। डाॅ0 पुष्पा सिंह विसेन, डाॅ0 ओमप्रकाश प्रजापति, अमरनाथ अग्रवाल ने संस्था आयोजित साहित्यिक गतिविधियों की सराहना की। अध्यक्षीय वक्तव्य में डाॅ0 जीतराम भट्ट ने कहा कि ‘ हौसलों के हमसफर ‘ पुस्तक की रचनाओं में किरदारों के व्यक्तित्व और कृतित्व सहज भाषा में उदघाटित हुआ है। संस्था की इस अनुपम उपलब्धि पर राष्ट्रीय तूलिका मंच ने इस संस्था के संस्थापक कुमार रोहित रोज, कुसुमलता कुसुम, संगीता मिश्रा, आर0डी0गौतम विनम्र, सुधा बसोर सौम्या, भगतसिंह राणा हिमाद आदि कर्मठ पदाधिकारियों का अभिनन्दन किया।
इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने में सुरेश चन्द्र जोशी, कुसुम आचार्य, रजनी रोज, अशोक कुमार मयंक एवं सुदूर प्रान्तों से पधारे कवि-कवयित्रियों का अप्रतिम योगदान रहा। संस्थापक कुमार रोहित रोज ने आगंतुक अतिथियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की तथा समारोह का सफल संचालन कुसुमलता कुसुम एवं नवल राणा नवल ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
