

आईना
सरोज लता सोनी
हर ज़िंदगी का रूप,
दिखाता है आईना |
इंसान की पहचान,
कराता है आईना||
हों लाख ज़मा पर्तें ,
गहलतों की गर्दिशें |
हर सीरतों को साफ,
दिखाता है आईना ||
जो गुम है ज़िंदगी की,
खाईयों में ख्वाहिशें |
देता सदा उभार वो,
यादों का आईना ||
जो ज़िंदगी में धूप,
कहीं छाँव का एहसास|
उस नियति का दीदार,
कराता है आईना ||
क्यूँ ढूँढता है फिर रहा,
तू उसको दर-बदर |
दीदार होगा साफ कर ,
तू दिल का आईना ||
सरोज लता सोनी
भोपाल

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
