

उधरिया विवाह की अज़ब गज़ब वैवाहिक रस्में
दुनिया में कई देश है हर जगह की भाषा , संस्कृती सब अलग अलग है ! ऐसे में यदि हम बात करे विवाह की तो हर देश व उनके राज्यों की तो सबकी अपनी अलग अलग रस्में और रीती रिवाज़ है ! अकेले भारत में ही विविध विवाह की परम्पराये है ! कुछ रस्में तो इतनी अज़ाब गज़ब व रोचक है जिससे आमजन बिलकुल अनजान है ! देश विदेश की सभी रस्मों का खुलासा एक बार में संभव नहीं है आइये आज जानते है –
उधरिया विवाह की कुछ शादी की रोचक रस्मों के बारे में
उधरिया विवाह ही वह रस्म है, जहां दूसरी शादी की इच्छुक लड़की को गर्म पानी से पवित्र किया जाता है। यह पुनर्विवाह की एक रोचक पद्धति है, जिसमें महिला अपने पति को छोड़कर किसी और से शादी करने का फैसला कर सकती है। इसके लिए विवाहिता अपने पति को छोड़कर किसी दूसरे आदमी के घर में, जिससे विवाह करना चाहती है, घुस जाती है। इसके बाद गांव के पंच इकट्ठे होते हैं। इस तरह घुसी लड़की पर भावी देवर/ननद एक लोटा गरम पानी डाल देता/देती है, इसका मतलब लड़की पवित्र हो गई।
अगले दिन पंचों को शराब पिलाई जाती है। पहला पति दूसरे पति से हर्जाना वसूल करता है, जिसे दावा कहते हैं। दावा में 200 रुपए नकद और गाय-बैल भी शामिल होते हैं। इसका फैसला मुकद्दम (न्याय करने वाला आदमी) करता है। दावा चुकाने के बाद दोनों पक्षों में मिलौकी होती है। इसके बाद खपरों पर एक-एक रुपया, घास और कच्चा धागा रखकर पंचों के सामने खपरों को तोड़ दिया जाता है। इसका अर्थ पुराने संबंधों का टूटना है। इन रुपयों की शराब पी जाती है। नवविवाहिता पूर्व पति और वर्तमान पति तथा पंचों को भोजन कराती है। भोजन कर पूर्व पति अपने घर चला जाता है।
– एस्ट्रो मनोज गुप्ता
दिल्ली

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।

यह तो पहले भी किसी अन्य जगह की विवाह की रस्म के बारे में प्रकाशित हुआ है। केवल स्थान विशेष का नाम अलग है। उसमें भी लड़की पर दो लोटे गर्म जल डाला जाता है और उसे स्वीकार कर लिया जाते है।