समाज के अंतिम छोर तक विकास की रोशनी पहुँचना है- अन्त्योदय- शरद कांत

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समाज के अंतिम छोर तक विकास की रोशनी पहुँचना है- अन्त्योदय- शरद कांत

बरेली।
अन्त्योदय और एकात्म मानव- वाद के प्रवर्तक पंडित दीन दयाल उपाध्याय का जन्म महोत्सव विष्णु इंटर कालेज, बरेली में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय सूचना निदेशालय के डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर श्री उदय भान सिंह मनराल, डा०आलोक कुमार सेठ,
डा० हरिमोहन भारद्वाज, श्रीमती सरिता, श्री अशोक कुमार, डा० अजीत कुमार,
श्री सुशील कुमार शर्मा, श्री मनोज कुमार श्री प्रदीप शर्मा तथा श्री प्रवीन कुमार शर्मा के सहयोग से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर मुख्य अतिथि, , शिक्षकों व छात्रों द्वारा पुष्पांजलि ने साथ हुआ।
डा०आलोक कुमार सेठ ने श्री दीनदयाल जी के जीवन की शून्य से शिखर की जीवन यात्रा का वर्णन करते हुए बताया कि उन्होंने अभावग्रस्त और अल्प लब्ध छात्रों की अच्छी शिक्षा हेतु जीरो क्लब की स्थापना की।
श्री प्रदीप शर्मा ने उनके जीवन से प्रेरणा लेकर लगातार प्रयास करने का आह्वान किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री शरद कांत शर्मा ने कहा कि श्री दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद दर्शन का प्रवर्तन किया जिसका अर्थ था ‘जियो और दूसरे के लिए जियो’ दूसरों के आँख के आँसू पोछने के लिए जियो और अन्त्योदय का अर्थ है कि समाज में अंतिम कतार में खड़े व्यक्ति की जरूरत के लिए उसके अभावों को दूर करने के लिए प्रयास किया जाए।
मुख्य अतिथि ने छात्रों को श्री उपाध्याय के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

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