

बेटी दिवस पर लोहिया पार्क मे हुआ वृक्षा रोपण कार्यक्रम
सागर=24सितंबर
प्रसिद्ध समाजवादी नेता श्री रघु ठाकुर की उपस्थिति में सागर संजय ड्राइव पर स्थित लोहिया पार्क में वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
श्री नलिन जैन ने उनके व्यक्तित्व के ऊपर ससवर कविता पाठ किया।
सर्वप्रथम लोहिया की प्रतिमा पर सभी उपस्थित जनों ने माल्यार्पण किया और डॉक्टर लोहिया अमर रहे के नारे लगाए ।
इस अवसर पर श्री रघु ठाकुर ने कहा कि हम सब महिला बिल का समर्थन करते हैं डॉक्टर लोहिया सदैव नर नारी समानता के पक्षधर रहे हैं और समाज में समता के।
कोई भी देश या समाज तभी उन्नति कर सकता है जब उसमें बराबरी हो,अमीरी गरीबी का भेदभाव ना हो।
पार्क में कई प्रजातियों के पेड़ों को रोपित किया गया और कई नवयुवको नेअपनी तरफ से वृक्षारोपण किया व उनके देख रेख की जिम्मेदारी ली।
सर्वप्रथम साहित्यकार सु श्री शरद सिंह कु गार्गी पचौरी कु मनु सिंह कु गार्गी गौर व अन्य बेटियों ने डा लोहिया जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया तथा वृक्षारोपण किया ।फिर अन्य महिला शक्ति ने वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित श्रीमती निधि जैन पूर्व विधायक सुनील जैन, डा बद्री प्रसाद, सुरेन्द्र सुहाने, रामकुमार पचौरी रफीकगनी,कपिलपचौरी,महेशजैन,अतुल मिश्रा, पप्पू तिवारी देवेंद्र फु सकेले, महेश पांडे , सिंटू कटारे, मोनी केसरवानी, आनंद हेला,महेश श्रीवास्तव, रानू ठाकुर हेमेश सिंह, प्रशांत ठाकुर मनोज रैकवार, गीता कुशवाहा, अनिलजैन नैनधरा, शिवराज सिंह ,सुनील जैन वीरेंद्र लोधी, चिकी एंथोनी, विनोद तिवारी, आशीष द्विवेदी, जितेन्द्र जैन, प्रदीप गुप्ता रमेश सोनी अनिल त्रिवेदी आशुतोष आर के तिवारी साहित्यकार चंपक भाई एवम सोनी एकता समिति सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
श्री प्रभात जैन ने स्व गणेश प्रसाद वर्णी जी की आत्म कथा श्री रघु ठाकुर जी को भेंट की। रघु जी ने उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि वर्णी जी का योगदान धर्म व शिक्षा के क्षेत्र में अद्भुत है।
श्री नलिन जैन ने अपना कविता संग्रह श्री रघु ठाकुर जी को भेंट किया। रघु ठाकुर जी ने उन्हे शुभ कामनाएं देते है कहा कि आप ने स्व निर्मल जी की साहित्यिक विरासत और बचाया और बढ़ाया है। साहित्य जगत आपका आभारी है।
श्री चंपक भाई ने तुम्हें चलना होगा गीत सामूहिक रूप से गाया।
प्रेषक =रफीक गनी

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
