डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में आयोजित हुआ ‘हिन्दी पत्र लेखन का प्रशिक्षण’

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हिन्दी पखवाड़ा 2023 के अंतर्गत भाषा अध्ययन शाला, डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में आयोजित हुआ ‘हिन्दी पत्र लेखन का प्रशिक्षण’

सागर।
डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर (म.प्र.) एवं भारतीय भाषा मंच, नई दिल्ली के तत्त्वावधान में हिन्दी विभाग के आचार्य नंददुलारे वाजपेयी सभागार में दिनांक 21.09.2023 को
‘हिन्दी पत्र लेखन प्रशिक्षण’ कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव, श्री विवेक विसारिया ने हिन्दी पत्र लेखन के स्वरूप, संरचना और शिल्प के अंतर्गत पारिवारिक पत्र, सामाजिक पत्र, कार्यालयीन पत्र, शासकीय पत्र, अर्द्ध शासकीय पत्र, परिपत्र, कार्यालय ज्ञापन, अनुस्मरण, प्रेस विज्ञप्ति तथा टिप्पण लेखन आदि पर शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों के साथ विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि वॉट्स्ऐप, इमेल और फेसबुक संचार माध्यमों के आने के बाद पत्रों का प्रारूप बदल गया है, जिससे भावनाओं का सम्प्रेषण व्यक्ति को बेहद प्रभावित किया है। इस दौरान उन्होंने हिन्दी पत्र लेखन को लेकर विद्यार्थियों के साथ संवाद किया और तर्कसंगत उदाहरणों के माध्यम से अपनी बात रखी। हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आनन्दप्रकाश ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्तिगत पत्र भी सामाजिक पत्र हो सकते हैं, जिसमें पत्र लेखन की पूरी कसौटी मौजूद हो। कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर चन्दा बैन ने बताया कि हिन्दी पत्र लेखन कि यह प्रशिक्षण कार्यशाला विश्वविद्यालय के शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को हिन्दी पत्र लेखन में सशक्त बनाएगी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेंद्र यादव ने किया और आभार ने डॉ. अवधेश कुमार ने माना। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में डॉ. अभिज्ञान द्विवेदी, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. विवेक तिवारी, श्री प्रदीप कुमार सौंर, हरिओम, श्रृष्टि सिंह, दुर्गेश कुमार, शेरसिंह, नेहा दुबे, शैलजा परमार, गव्वर बौद्ध, विकास कुमार, शैलेश तिवारी, भूपेंद्र लोधी, सिद्धार्थ, सीमा, अर्पित, गोपाल, शेफाली, यश के साथ विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शोधार्थी और विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।

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