दो दिनों की व्यापक वर्षा से जिला तरबतर : गांधीसागर बांध गेट खुले – पशुपतिनाथ के चार मुख जलमग्न

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दो दिनों की व्यापक वर्षा से जिला तरबतर : गांधीसागर बांध गेट खुले – पशुपतिनाथ के चार मुख जलमग्न

निचले इलाकों में जलभराव से नागरिक परेशान

मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर ।
लंबी प्रतीक्षा के बाद एकसाथ जिले के मल्हारगढ़ , सुवासरा सीतामऊ भानपुरा गरोठ मंदसौर शामगढ़ क्षेत्रों में व्यापक बरसात हुई । रविवार को भी जिले में वर्षा क्रम कम ज्यादा चलता रहा ।

बरसात की खेंच से हरवर्ग प्रभावित होरहा था और खेतों में खड़ी फसलों पर नुकसानी होने से चिंता सता रही थी , मंडियों की हड़ताल से मार्केट सुने पड़े हैं ऐसे में शुक्रवार शनिवार से हुई रूक रुककर होती रही बरसात ने राहत प्रदान की है ।
आंकड़ों के अनुसार अभी ओसत से कम वर्षा दर्ज़ हुई है । सामान्य से 8 – 10 इंच कम है । जिले में अबतक 26 इंच वर्षा मापी गई है । मंदसौर में एक दिन में 3 इंच बरसात हुई तो शामगढ़ में 6 इंच वहीं सबसे कम संजीत और भानपुरा में दर्ज़ हुई है ।
मौसम विभाग ने अभी वर्षा दौर जारी रहने की रिपोर्ट दी है ।

जिला मुख्यालय मंदसौर में हुई इस बरसात से शिवना नदी , श्रवण नाला , तेलिया तालाब , रामघाट , काला भाटा , मिर्जापुरा , आदि जलस्त्रोत में बहाव के साथ बाढ़ आई । प्रसिद्ध पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में बीती रात शिवना नदी का पानी पहुंच गया और अष्टमुखी महादेव प्रतिमा के चार मुख जलमग्न होगये । तापेश्वर मंदिर प्रतिमा डूब गई , सहस्त्र लिंग महादेव मंदिर में भी शिवना की बाढ़ का पानी पहुंच गया । सुबह जब शिवना की बाढ़ उतरी तब मंदिर में सफाई कर 9 बजे प्रातः कालीन आरती की जासकी लगातार बरसात से निचले इलाकों शनि विहार , धानमंडी , शुक्ला चौक , दशरथ नगर , गीता भवन मार्ग , स्टेडियम मार्केट , गांधी चौराहा , बालागंज , हजारी रोड , सम्राट मार्केट , कोठारी कॉलोनी खानपुरा समेत अनेक क्षेत्रों में जलनिकासी नहीं होने से जलभराव होगया । प्रभावित लोगों को मकानों दुकानों का सामान शिफ्ट करना पड़ा ।
नगर पालिका द्वारा हाल ही में स्थापित जल निकासी पंप सेट चलाकर अतिरिक्त जलभराव को शिवना नदी में फेंका गया । जलस्रोत कालाभटा बांध के चार गेट 7 – 7 फिट तक खोले गए ।
जिले के चंबल नदी पर बने गांधीसागर डेम में पानी की आवक बढ़ जाने से रविवार दोपहर 5 गेट खोलकर पानी डाउन स्ट्रीम में छोड़ा जारहा है । प्राप्त जानकारी के अनुसार गांधी सागर में चंबल का जलस्तर 1309 फिट बताया गया है और सभी तरफ से पानी की आवक लगभग 4 लाख 50 हजार क्यूसेक होरही है । जबकि खोले गए 5 सल्यूस गेट से जल निकासी कोई एक लाख क्यूसेक की होरही है । जलसंसाधन विभाग पूरी निगरानी कर रहा है ।

जिले में नदियों , नालों तालाबों में पानी का जलस्तर बढ़ने से कई सड़क मार्ग अवरुद्ध होगये । नाहरगढ़ – बिल्लोद मार्ग पर घंटों तक आवागमन रोक दिया गया ।
मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसोदिया ने प्रशासन , पुलिस और नगर पालिका अधिकारियों से सम्पर्क कर वर्षा बाढ़ और जलनिकासी प्रभावित लोगों की मदद बारे में चर्चा की । वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने ग्रामीणों से अपील की है कि नदियों में तेज़ बहाव है जान का खतरा मोल नहीं ले । दुपहिया वाहन नदी नालों में नहीं उतारे । नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर , कलेक्टर दिलीप कुमार यादव , पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने वर्षा व बाढ़ प्रभावित इलाकों में भ्रमण कर आवश्यक निर्देश दिये ।
इधर मंदसौर कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह तोमर , जिला प्रवक्ता सुरेश भाटी मल्हारगढ़ पिपलियामंडी के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने आरोप लगाया है कि जलनिकासी , नालियों की सफाई , नहीं होने से हजारों नागरिकों को भारी परेशानी होरही है । शासन प्रशासन गंभीर नहीं है ।

किसानों के मुताबिक बरसात होने से आने वाली रबी फसलों को लाभ मिलेगा , कुओं तालाबों नदियों नालोंह का जलस्तर बढ़ेगा यह राहत होगी पर वर्तमान में सोयाबीन मक्का दलहन मूंगफली आदि खड़ी उपज प्रभावित हुई है और लगातार और तेज़ बरसात से खेतों में पानी भर गया है ।

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