काव्य : गजानन आ जाओ इक बार – आरती तिवारी सनत दिल्ली

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गजानन आ जाओ इक बार

गजानन आजो इक बार…
दीन की सुनकर पुकार…
जिस घर तुम रहते गजानन…
वहां दुःख ना आये कोई..
विघ्नहर्ता मंगल कर्ता..
सब कुछ मंगल मय हो..
शिव गौरी के लाल प्रिय..
कार्तिक के तुम छोटे भैया..
मूषक वाहन प्रिय प्रभु..
मोदक भोग लगता अति प्रिय…
पुड़ी खीर मिठाई गजानन…
दूर्वा अक्षत से पूजित होय..
सोहे गले पुष्पों का हार
रिद्धि सिद्धि के साथ विराजो..
मनोवांछित फल देते सबको..
सब ओर मंगल मंगल होय..
सब देवों में प्रथम पूज्य गजानन
गजानन सबका करदो बेड़ा पार..
गजानन आ जाओ इक बार..
दीन की सुनकर पुकार..!!!

आरती तिवारी सनत
दिल्ली

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