काव्य : अभियन्ता दिवस मनहरण घनाक्षरी छंद – अरविंद सोनी “सार्थक”, रायगढ़

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अभियन्ता दिवस

मनहरण घनाक्षरी छंद

अमर जो किए नाम, कर्मयोगी के सत्काम,
श्री विश्वेशरय्या जी के, विश्वहित काम है!

कुशल थे अभियन्ता, यांत्रिकी के सिद्ध संता,
प्रौद्योगिकी के प्रवर्ता, जगत में नाम है!

रचे कई कीर्तिमान, प्रगति के किए काम,
अभियन्ता वो महान, किए न आराम है!

जीवन-पर्यंत रहे, तपस्वी-से कर्मशील,
अभियन्ता दिवस को, सादर प्रणाम है!

अरविंद सोनी “सार्थक”
(मूलतः रामपुरा मंदसौर म प्र)
रायगढ़ छ ग

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