काव्य : हिन्दी – अमृता प्रसाद जगदलपुर

59

हिन्दी

मेरे देश की शान है हिन्दी
भाषा बहुत महान है हिन्दी
इसमें गीता और रामायण
उपनिषद ,वेद ,पुराण है हिन्दी।

सरल सहज है इसको पढ़ना
आसान बहुत है अक्षर गढ़ना
बारह मात्राओं की टोली
मीठी मीठी इसकी बोली
हर चेहरे की मुस्कान है हिन्दी
भाषा बहुत महान है हिन्दी।

दोहा, मुहावरा और कहावतें
कुछ ना कुछ हैं हमसे कहते
इसमें मां की मीठी लोरी
अपनेपन की इसमें डोरी
उजली एक विहान है हिन्दी
भाषा बहुत महान है हिन्दी।

कविता की यह धार बहाती
उपमा अलंकार पहनाती
दे देकर शब्दों का ज्ञान
सबका भाषा ज्ञान बढ़ाती
हम सबकी पहचान है हिन्दी
भाषा बहुत महान है हिन्दी।

अमृता प्रसाद
जगदलपुर

छत्तीसगढ़

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here