लघुकथा : हिंदी प्रेम – गौतम के गट्स ,जोधपुर

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लघुकथा

हिंदी प्रेम

आधुनिक समय तकनीकी और अंग्रेजी का है | इसलिए सरकार ने हिंदी माध्यम विद्यालय को अधिकतर अंग्रेजी मिडियम कर दिया | जिसका नाम महात्मा गांधी के नाम से रखा | लेकिन गांधीजी तो हिंदी को बहुत महत्व देते थे | ये बात छात्रों ने अपने अभिभावकों को बताई कि अब उन्हें अपने विद्यालय छोड़ना पड़ेगा | कारण सहित सारी बात बताई और कहा कि हमे तो वही पढ़ना हैं | सरकार ने अंग्रेजी मिडियम स्कूल शुरू की अच्छी बात है पर हिंदी माध्यम को बंद नहीं करना चाहिए | वो भी चलानी चाहिए | तभी कुछ अभिभावक न्यायालय के शरण में जाते है तो निर्णय उनके पक्ष में होता है कि अंग्रेजी के साथ हिंदी माध्यम को दूसरी पारी में चलाए जाए | इस आदेश के बाद हिंदी माध्यम के विद्यार्थीयों के चेहरे पर खुशी थी | उन सभी का हिंदी के प्रति प्रेम की जीत हुई | जैसा हिंदी प्रेम महात्मा गांधी करते थे |अब हिंदी का मान तो दुसरी भाषा का सम्मान भी बढ़ा |

गौतम के गट्स
युवा कवि, लेखक एवं
सामाजिक कार्यकर्ता
एयरफोर्स, जोधपुर, राजस्थान

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