

शिक्षक दिवस
प्रथम पूज्य गुरु मेरी माता,
जिसने मुझको जन्म दिया,
सहकर असहनीय कष्टों को,
जो मुझको दुनिया में लाई,
द्वितीय पूज्य आदरणीय पिताजी,
जिन्होंने अंगुली पकड़ चलना सिखाया,
बिठाकर जिन्होंने कंधे पर,
मुझको सारा गाँव घुमाया,
ज़िन्दगी जीने का फालसफ़ा,
इन दोनों ने ही तो सिखाया है,
धरती पर परमात्मा मुझे,
इन दोनों में ही दिखाया है,
मैं बयाँ कर सकूँ गुरु की महिमा,
ऐसे मेरे पास कोई बोल नहीं,
और दुनिया में गुरु से बढ़कर,
और दूजा कोई अनमोल नहीं,
मिटाकर अज्ञान रुपी अंधियारे को,
जो ज्ञान रुपी प्रकाश फैलाते हैं,
सही मायने में ऐसे महान व्यक्ति ही,
पथ प्रदर्शक श्रेष्ठ गुरु कहलाते हैं,
– देवेंद्र जेठवानी
भोपाल (म.प्र.)

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
