एम पी गज़ब है – अजब है : उच्च शिक्षा का हाल बेहाल – मुरैना कॉलेज में सात विषयों के लिए मात्र एक लेक्चरार

एम पी गज़ब है – अजब है : उच्च शिक्षा का हाल बेहाल – मुरैना कॉलेज में सात विषयों के लिए मात्र एक लेक्चरार

मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान – एक महीने में जवाब तलब किया

वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

भोपाल ।
प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की विसंगतियों की खबरें जब तब आती रहती हैं पर आज प्रदेश के मुरैना जिले के रिठौराकलां में एक महाविद्यालय की विसंगति सामने आई है ।
उच्च शिक्षा के इस कॉलेज में विद्यार्थियों को सात विषयों को पढ़ाने के लिये मात्र एक प्राध्यापक उपलब्ध है और जो हैं वे भी अंग्रेजी विषय के ।

इस महाविद्यालय का आलम कुछ इस तरह है कि अव्वल तो कॉलेज भवन रिठौराकलां में ढूंढना मुश्किल है क्योंकि कुल जमा छह कमरों के इस कॉलेज बिल्डिंग में दो कमरों में क्लास और एक कमरे में ऑफिस चल रहा है ओर बाकी तीन में से दो कमरों में भूसा और गोबर के कंडे भरे पड़े हैं , फर्नीचर भी दुरावस्था में जीर्ण क्षीर्ण है , अन्य व्यवस्था की समस्या भी है ।

इस बारे में मामला मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के संज्ञान में आया है
रिठौराकलां कॉलेज में पदस्थ एकमात्र असिस्टेंट प्रोफेसर विवेकानंद झा के अनुसार यहां उनके अलावा और किसी की नियुक्ति नहीं है । क्लर्क से लेकर चौकीदार तक के सभी कार्य उन्हें ही करने पड़ रहे हैं ।

उच्च शिक्षा के केंद्र इस महाविद्यालय की समस्या की गंभीरता को देखते हुए मामले में मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग एवं मंत्रालय मध्यप्रदेश शासन भोपाल को निर्देश दिया है कि इस प्रकरण की त्वरित जांच कराकर युवाओं की शिक्षा के मौलिक एवं मानव अधिकारों के उपयोग स्थल महाविद्यालय भवन को वांछित और आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ संचालित करने के साथ इस संबंध में कृत कार्यवाही से एक महीने में जवाब प्रस्तुत करें ।

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