

आई रिमझिम फुहार
आई रिमझिम फुहार तन डोल रहा।
करे प्रियतम पुकार मन बोल रहा।।
देखो!धानी चुनर पहनी धरती।
सखि!बोल पपिहा मन मोह रहा।।
मेघ देख झूम मयूरा नृत्य करे।
सबके दिलों का भेद खोल रहा।।
कोकिल कूंज रहा उपवन में।
सुनो कर्ण मधुर रस घोल रहा।।
तृषित धरा जब बरषी बरषा।
जल धारा का तब मोल रहा।।
आई रिमझिम फुहार तन डोल रहा।
करे प्रियतम पुकार मन बोल रहा।।
–आर्यावर्ती सरोज “आर्या ”
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
