

आजादी के 75वर्ष और 75रचनाकार साझा काव्य संकलन का विमोचन संपन्न
भोपाल।
प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था आरंभ चैरिटेबल फाउंडेशन भोपाल का साझा काव्य संकलन आजादी के 75वर्ष और 75 रचनाकार साझा काव्य संकलन का विमोचन दुष्यंत संग्रहालय भोपाल में गरिमामय मंच पर किया गया। इस संकलन में देश विदेश के 75 रचनाकारों की देशभक्ति से ओतप्रोत रचनाएँ संकलित की गई हैं।
विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता महर्षि अगस्त्य वैदिक संस्थान के अध्यक्ष डाॅ. प्रभुदयाल मिश्र ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मिलन नायडू, एवं विशिष्ट अतिथि डाॅ.वीणा सिन्हा, तथा मिस एशिया 2021 निष्ठा श्रीवास्तव रहीं।राष्ट्र कवि श्री कृष्ण सरल के पौत्र अभिषेक सरल भी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मिलन नायडू ने अपने उद्बोधन में कहा आजादी की जंग के दौरान साहित्यकारों की ओजपूर्ण रचनाओं ने भी जन जन में जोश भरने का काम किया था।
विशिष्ट अतिथि स्री रोग विशेषज्ञ डाॅ.वीणा सिन्हा ने स्वतंत्रता के वास्तविक अर्थ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज विदेशों में भी हमारा भारतीय झंडा लहरा रहा है।
मिस एशिया निष्ठा श्रीवास्तव नें अपनी लेखकीय यात्रा और सौन्दर्य प्रतियोगिता जीतने तक के अनुभवों को साझा किया। ।अभिषेक सरल नें कहा कि श्रीकृष्ण सरल राष्ट्र की धरोहर है। आजादी के तराने लिख उन्होने राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डाॅ प्रभुदयाल मिश्र ने भारतीय ज्ञान परंपरा, साहित्य और सौन्दर्य के सह सम्बंध पर विस्तृत चर्चा की।
इस दौरान साझा काव्य संकलन में शामिल रचनाकारों ने रचना पाठ भी किया।
उर्मिला मिश्र नें पढ़ा “वीर जवान कोटि कोटि प्रणाम ”
निरुपमा खरे की काव्य पंक्तियाँ थी “ये गाथा है एक वीर नारी की, दीपशिखा बन चमकी वो “।
शोभा ठाकुर ने पढ़ा “स्वतंत्रता की बलिवेदी पर, मातृ भूमि पर प्राण निछावर। ”
श्यामा गुप्ता ने भी देशभक्ति रचना पढ़कर वाहवाही बटोरी।
मधूलिका सक्सेना की काव्य पंक्तियाँ थीं “आजादी का अमृत महोत्सव मिलकर सभी मनाएंगें ”
शेफालिका श्रीवास्तव ने पढ़ा ‘भारत की गौरव गाथा को सारी दुनिया गाती है। ”
कार्यक्रम का संचालन कर रही बिन्दु त्रिपाठी ने पढ़ा “उठो जवान देश के संभाल लो कमान, जगे प्रसुप्त चेतना सजे नया विहान “मणि सक्सेना, नलिनी जाधव, रेखा भटनागर, चरणजीत सिंह कुकरेजा, अनुपमा अनुश्री और माया दुबे ने भी देशभक्ति पूर्ण रचनाओं से खूब समाँ बाँधा।
कार्यक्रम का सफल संचालन बिन्दु त्रिपाठी ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
