द्वारिकाधीश मंदिर में पुण्यकालीन पुरुषोत्तम मास की तृतीय कथा प्रारंभ

द्वारिकाधीश मंदिर में पुण्यकालीन पुरुषोत्तम मास की तृतीय कथा प्रारंभ

भागवत कथा श्रवण करने का सौभाग्य सबको नही मिलता : पं दीपक मिश्रा

इटारसी।
भागवत कथा श्रवण करना ही अपने आप मे सौभाग्य की बात है। हजारों लाखों लोग कथाओं के पास से होकर गुजर जाते है। सैकड़ो लोग कथा स्थल पर आकर वापिस लौट जाते है। बाकी जो व्यक्ति भागवत श्रवण करने बैठ जाता है वह सौभाग्यशाली होता है। भागवत कथा सुनने का अवसर भी प्रभु उनके परम भक्तों को ही देते है। उक्त उद्गार द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर परिसर में पुरुषोत्तम मास में जारी तृतीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में कथाव्यास पं दीपक मिश्रा ने व्यक्त किये।
सावन के अधिक मास के अंतर्गत नर्मदांचल के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर तुलसी चौक परिसर में मंगलवार से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत प्रारंभ हुई। व्यास पीठ पर नर्मदापुरम संभाग के युवा भागवत कथाकार पंडित दीपक मिश्रा श्री सिद्धेश्वर हनुमान धाम मंदिर जीआरपी प्रांगण इटारसी के द्वारा कथा सुनाई जा रही है। अपने पूज्य माता पिता स्वर्गीय दयाराम कुशवाहा एवं स्वर्गीय कलाबाई कुशवाहा की स्मृति में कथा के यजमान धनराज कुशवाह, प्रमोद पगारे एवं श्रीमती अनुराधा कुशवाहा एवं मुंबई से पधारे दामोदर कोहले, अमित दरबार, घनश्याम तिवारी ने श्रीमद्भागवत पूजन के साथ व्यास पीठ पर विराजे पंडित दीपक मिश्रा का पुष्पहार से स्वागत किया। गायन एवं सिंथेसाइजर पर नारायण तिवारी, तबले पर विवेक परसाई, ऑक्टोपेड पर ओम तिवारी संगत दे रहे है। श्रीमद्भागवत का प्रसिद्ध मूल पाठ एवं प्रातः काल की पूजा पंडित आकाश शर्मा द्वारा कराई जा रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here