

‘काव्य-गोष्ठी’ में अब सम्मान-सम्मान नहीं खेला जाएगा
जबलपुर।
साहित्यिक प्रकोष्ठ ‘समय के हस्ताक्षर’ एवं ‘पाठक मंच’ जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में ‘विश्व संवाद केंद्र’ यादव कॉलोनी में एक ‘काव्य-संध्या’ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार श्री महेश मेहदले ने की।
महा मुखोपाध्याय श्री हरिशंकर दुबे मुख्य अतिथि,विशेष अतिथि श्री अभय तिवारी एवं डॉ. अरुणा पांडे जी सारस्वत अतिथि थीं।
अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की पूजा-अर्चना तथा श्रीमती सुषमा खरे द्वारा प्रस्तुत की गई वंदना के पश्चात् नगर के रचनाकार सर्वश्री अभय तिवारी, विजय विश्वकर्मा, जय प्रकाश श्रीवास्तव, महेंद्र सोनी ‘इंद्र’, सुधीर पांडे, एमपी सिंह ‘निकुंभ’, निरंजन द्विवेदी ‘वत्स’ अखिलेश खरे ‘अखिल’ तथा सिहोरा के आमंत्रित साहित्यकार श्रीमती डॉक्टर अरुणा पांडे, आशा निर्मल जैन सुषमा खरे नारायण तिवारी एवं प्रमोद दहिया जी ने अपनी सामयिक श्रेष्ठ रचनाओं का पाठ करके गोष्ठी को गरिमामय ऊंचाई प्रदान की।
अतिथियों द्वारा दिए गए वक्तत्वों से निकाले गए निष्कर्ष के अनुसार समस्त साहित्यकारों ने यह निर्णय लिया कि अब ‘काव्य- गोष्ठियों’ में से सम्मान-सम्मान खेलने के प्रचलन को समाप्त किया जाएगा ताकि रचना और रचनाकारों का अस्तित्व बचा रहे।
समस्त उपस्थिति का परिचय श्री निरंजन द्विवेदी ‘वत्स’ द्वारा दिए जाने के बाद स्वागत श्री एम.पी. सिंह ‘निकुंभ’ ने किया।
अपनी विशिष्ट शैली में कार्यक्रम के संचालन का दायित्व श्री महेंद्र सोनी ‘इंद्र’ ने संभाला तथा आभार श्री विजय विश्वकर्मा द्वारा व्यक्त किया गया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
