

कैसे कैसे आए बादल!
कैसे कैसे आए बादल!!
नीले बादल काले बादल!!
कहीं चमकते आए बादल,
कही गरजते आए बादल!!
कहीं तरसते आए बादल!!
कही बरसते आए बादल!!
कहीं छलकते आए बादल!!
कही मचलते आए बादल
कही झूमते आए बादल!!
कहीं चूमते आए बादल!!
अमृत बादल राहत बादल!!
झोपड़ पट्टी आफत बादल
आंसू के उनके घर बादल
इनके घर मस्ती के बादल!!
कहीं सड़क पर बहते बादल!!
गोरी के सपनों के बादल!!
झलक दिखाकर भागे बादल!!
कैसे कैसे निष्ठुर बादल,
आग लगाकर भागे बादल!!
–सुरेश गुप्त ग्वालियरी
विंध्य नगर बैढ़न

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
