

45 वर्ष : दशकों विभिन्न चुनौतियों का सामना करके भी युवा प्रवर्तक ने अपना अस्तित्व कायम रखा
यदि मैं अपने आसपास सदाशयी पत्रकारिता को ध्यान में रखकर किसी समाचार पत्र एजेंसी पर नज़र डालने की कोशिश करूँ तो मुझे केवल एक ही नाम ध्यान में आता है और वो है युवा प्रवर्तक।
इस समाचार एजेंसी ने दशकों विभिन्न प्रकार की चुनौतियों के बीच अपने आप को जिंदा रखा है तो इसका एकमात्र कारण है इसका अपने पाठकों के साथ दो तरफ़ा सम्बन्ध और अपने सरीखे लिखने पढने वालों के साथ मित्रवत व्यवहार।
युवा प्रवर्तक की बात करें तो इसके संचालक वरिष्ठ पत्रकार देवन्द्र सोनी ने भी प्रिंट मीडिया को छोड़कर ई मीडिया की तरफ रुख कर लिया है। जो समय की अब मांग भी है, पर्यावरण की दृष्टि से भी कागज का उपयोग जितना कम हो उतना ही बेहतर है। और अख़बार भी एक तरह से सिंगल यूज आइटम है जैसे सिंगल यूज प्लास्टिक है।
फिर से विषय पर लौटता हूँ कि युवा प्रवर्तक मुझे विशेष क्यों लगता है, आखिर इसमें ऐसा क्या है जो औरों में नहीं है। है औरों में भी सबकुछ है जो इसमें है लेकिन ख़ास सिर्फ इसलिए है कि युवा प्रवर्तक ने हमेशा नई पत्रकारिता, नई साहित्यिक गतिविधियों को साथ साथ संचालित किया है। युवा प्रवर्तक अपने साहित्यिक मित्रों के साथ साहित्यिक गोष्ठियां करता रहा है और कर भी रहा है। बस यही बात ख़ास है युवा प्रवर्तक की। और युवा प्रवर्तक जैसा कि नाम है कि इसने हमेशा युवाओं और नए विचारों को समाज में संभव प्रयोगों के माध्यम से स्थापित करने का काम किया है।
और जो कुछ भी युवा प्रवर्तक ने किया है वो वरिष्ठ पत्रकार देवेन्द्र सोनी की विशिष्ठ प्रतिभा और सदशयिता ने किया है। मेरी मनोकामना है उनका युवा प्रवर्तक लोगों के दिलों पर इस तरह से छा जाए जैसे क्षितिज की सुन्दर लालिमा छा जाती है जैसे केसर दूध का वजन बिना बढ़ाये उसका स्वाद बढ़ा देता है उसी प्रकार से लोगों का स्वाद बन जाए।
युवा प्रवर्तक के सफलतम 45 वर्ष पूर्ण होने पर हार्दिक बधाई प्रेषित करता हूँ। साथ ही हमेशा हमेशा यही कामना ईश्वर से करता रहूँगा कि सम्माननीय सोनी जी सुदीर्घ एवं यशस्वी हों।
– इंजी बी बी आर गाँधी
(स्वतंत्र पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्त्ता)
इटारसी

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।

आपके सराहनीय कार्य के लिए
आपको कोटि कोटि नमन है मेरा
बधाइयाँ