
अंतराष्ट्रीय महिला काव्यमंच स्वरांजलि का आयोजन हुआ
जबलपुर ।
सिहोरा जबलपुर इकाई के तत्वावधान आनलाइन काव्य गोष्ठी आयोजित की गई जिसका विषय रखा गया साहित्य पर विचार।
इस अनूठे विषय पर सभी ने अपने विचार गद्य व पद्य दोनों विधाओं में रखें। इस आयोजन की मुख्य अतिथि-आदरणीय डॉ मुकुल तिवारी ने साहित्य पर अपने उद्वबोधन में नवीन पीढ़ी के बच्चों में साहित्य पर बेरुखी का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे हम पोस्ट कार्ड व अंतर्देशीय पत्र को भूल गए हैं ऐसे भविष्य में कापी व कलम भी न कहीं खो जाए क्योंकि आज के बच्चे मोबाइल में ही लिखना पढ़ना कर रहे हैं।विशिष्ट अतिथी एडवोकेट प्रभा खरे ने साहित्य के वर्चस्व पर अपना सारगर्भित उद्वबोधन व्यक्त किया।
भावना दीक्षित ज्ञान श्री ने भी साहित्य पर चिंतनीय विचार प्रकट किए। सारस्वत पद पर आसीन आदरणीय डॉ प्रीति प्रवीण खरे जी ने भी साहित्य पर अपने विचार रखते हुए सभी की रचनाओं की प्रशंसा कर प्रोत्साहित की। मार्गदर्शन कर रही डॉ अरुणा पांडे ने साहित्य के वर्तमान पर चर्चा कर चिंता जाहिर की और इस आयोजन की अध्यक्षता कर रही डॉ ज्योत्स्ना राजाव ने सभी बहनों की साहित्य के प्रति लगन को सराहा और इस आयोजन में दीप्ति खरे व रत्ना ओझा रत्न ने साहित्य पर सुन्दर विचार रखे। साथ ही सरिता खरे, निर्मला डोंगरे, पुष्पा मिश्रा, सरिता तिवारी, नीति शर्मा, डॉ चंदा देवी सराफ, गायत्री चौबे, सुषमा खरे, पुष्पा मिश्रा, मंजू दुबे आदि बहनों ने सुन्दर काव्य रचनाओं से गोष्ठी को गरिमामय बना दिया।संचालन बहिन गायत्री जी का रहा और संयोजन सरिता खरे एवं सरिता तिवारी का स्वागत उद्वबोधन आरती नायक ने दिया आभार प्रकट डाॅ आशा श्रीवास्तव ने किया सरस्वती वंदना नीति शर्मा व मंजू दुबे ने की ।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।