जन कल्याणार्थ ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय में चल रही राम कथा का समापन

जन कल्याणार्थ ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय में चल रही राम कथा का समापन

मन मंदिर में राम को बिठाल दो आपका जीवन ही बैकुंठ बन जायेगा- पुष्पा शास्त्री

सागर।
झंडा चौक गोपालगंज स्थित ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय में संगीतमय श्रीराम कथा के अंतिम दिन की कथा को कहते हुए श्रीमती पुष्पा शास्त्री ने बतलाया‌ संसार में बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो जाए वह अच्छाई के सामने कभी टिक नहीं सकती। अच्छाई और सच्चाई की सदा ही विजय होती है। पापियों के पाप का घड़ा आखिर भरता ही है और उसके पाप ही उस व्यक्ति के अंत का कारण बन जाते हैं। भगवान पापियों का विनाश करते ही हैं इसलिए व्यक्ति को सदा ही सन्मार्ग पर ही चलना चाहिए यह बात राम कथा में कथा के अंतिम दिवस पर कथा व्यास पुष्पा शास्त्री ने कही। राम कथा में आचार्य शिवम् शास्त्री श्री जी महाराज ने राम चरित मानस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानव जीवन पाया है तो मानव जीवन को साकार करने का एक मात्र सहारा राम का नाम ही है। राम चरित मानस भव्य अलौकिक और मानव जीवन उद्धार के लिए ही है। व्यक्ति को कभी अंहकारी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम के नाम का स्मरण करते रहना जीवन को सन्मार्ग पर ले जाता है । इस अवसर पर रावण वध के पश्चात श्री राम के राज्याभिषेक कर राजा बनाने का प्रसंग सुनाया गया। आभार रमाकांत मिश्र ने माना इस अवसर पर ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य श्रीराम शास्त्री, सुरेश तिवारी, सूर्यकांत ,कृष्णकांत, रामजी, अरुण, सत्यम, मूलपाठ कर्ता सचिन तिवारी, जी पी शुक्ला, अवधेश दुबे ,राम पांडे, प्रदीप पाठक, मुख्य यजमान श्रीमति नेहा कनिष्क शास्त्री, श्रीमति शालनी अनिल पाण्डेय, श्रीमति ज्योति नरेंद्र चौरसिया, गुड्डी कोरी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

डॉ चंचला दवे सागर

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