

भोपाल के गौरवशाली साहित्यकार 2022-23,साहित्यिक केलेंडर का लोकार्पण समारोह संपन्न
भोपाल।
आज 28 मार्च 2022 की शाम 4.15 पर दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय में, “भोपाल के गौरवशाली साहित्यकार 2022-23,साहित्यिक केलेंडर एवं दो पुस्तकें ‘आरिणी काव्य वारिधि’ (देशभक्ति रचनाओं का साझा संकलन) एवं ‘ईश्वर पूजन विधि’ (लेखक : पं जे पी पांडेय) का लोकार्पण समारोह आयोजित हुआ।
भोपाल के गौरवशाली साहित्यकार 2022-23, साहित्यिक केलेंडर में भोपाल के 191 रचनाकारों के बारे में जो जानकारी दी गई है वह है उनका फोटो, नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल एवं दो प्रकाशित पुस्तकों के नाम । इस केलेंडर में शामिल 21 साहित्यकार ऐसे हैं जिनका जन्म आजादी के पहले हुआ है। साथ ही साथ महत्वपूर्ण त्योहारों एवं दिवस की जानकारी भी केलेंडर में दी गई है।
इस कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार डॉ देवेन्द्र दीपक ने कहा आजादी के पहले लेखक और प्रकाशक बहुत अच्छी स्थिति में थे मगर आजादी के बाद लेखक हासिए पर आ गए हैं अतः आवश्यकता है कि पुस्तकालय अधिनियम लागू हो मध्यप्रदेश में और लेखक के अंदर ये जज्बा पैदा हो कि हमारी भी अपनी एक बिरादरी है जो कि निडरता से अपनी कलम चलाये। तभी लेखक का सम्मान समाज में पुनर्स्थापित किया जा सकता है।
मुख्य अतिथि डॉ विकास दवे जी, निदेशक, साहित्य अकादमी, भोपाल, मध्यप्रदेश ने कहा कि साहित्यिक केलेंडर एक अभिनव प्रयास है जो कि लोगों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जेपी पांडेय द्वारा रचित पुस्तक ‘ईश्वर पूजन विधि’, कौशल विकास कुंजी का कार्य करेगी।
आरिणी काव्य वारिधि की सभी रचनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि राष्ट्र भक्ति का जज्बा एक व्यक्ति के जीवन में हमेशा रहना चाहिए।
एवं विशिष्ट अतिथि प्रो पुष्पेंन्द्र पाल सिंह, संपादक, रोजगार और निर्माण, माध्यम, मध्यप्रदेश शासन ने कहा कि
केलेंडर एक संग्रहणीय कृति है। उन्होंने बताया कि ‘ईश्वर पूजन विधि’, पुस्तक आज के जमाने की सबसे अधिक आवश्यकता है, क्योंकि हम पुराने मगर वैज्ञानिक तरीके से पूजन करना भूलते जा रहे हैं और हमें वो सब यह पुस्तक सिखा सकती है, इसकी लेखन शैली ही ऐसी है कि सब कुछ समाहित किया हुआ है। आरिणी काव्य वारिधि के बारे में कहा कि यह पुस्तक बताती है कि देश भक्ति एक दिन के दिखाने की चीज नहीं है, न ही यह इत्र है बल्कि यह तो रगो में दौड़ता हुआ खून है जो हमेशा ही हमारे अंदर समाहित रहता है।
कार्यक्रम में भोपाल के छः रचनाकारों हंसा श्रीवास्तव, जया आर्य, राजकुमारी चौकसे, मधूलिका सक्सेना, शेफालिका श्रीवास्तव, कमल चंद्रा को आरिणी काव्य वारिधि सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सरस संचालन किया वरिष्ठ साहित्यकार श्री विमल भंडारी ने किया ।
सरस्वती वंदना प्रेक्षा सक्सेना द्वारा प्रस्तुत की गयी एवं आभार दिया राजेन्द्र सक्सेना ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।

अद्भुत कार्यक्रम
शुक्रिया सर