

संविधान दिवस पर उद्देशिका का शपथ गृहण
इटारसी।
शासकीय कन्या महाविद्यालय, इटारसी में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 26 नवम्बर संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ. आर.एस. मेहरा द्वारा सभी प्राध्यापकों तथा छात्राओं को संविधान का पालन करने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर डॉ. मेहरा ने अपने उद्बोधन में कहा, संविधान ही भारत के नागरिको को समान अवसर देकर, समानता प्रदान करता है। शांति, एकता, अखण्डता, भाईचारा बनाने में संविधान का ही योगदान है। प्राध्यापक डॉ. श्रीराम निवारिया ने संविधान का महत्व बताते हुए कहा भारतीय संविधान ने देश के सभी नागरिकों को शिक्षा एवं समानता का अधिकार दिया है, जो स्वतंत्रता के पूर्व नहीं था। स्वतंत्रता के बाद कोई भी स्त्री -पुरूष, योग्यतानुसार बड़े से बड़े पद पर पहुँच सकते है। श्री आंनद कुमार पारोचे ने, संविधान लागू होने के भारत में अभूतपूर्व घटना बताया। कमजोरों, असहायों के अधिकार की रक्षा में, संविधान ने महती भूमिका निभाई है।
विवेकानंद प्रकोष्ठ प्रभारी स्नेहांशु सिंह ने बताया, किसी भी देश के सुचारू संचालन के लिए, आवश्यक है कि संविधान में निहित आदर्शो का पालन किया जाए, ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था बनी रहें। प्रो. अमित कुमार के अनुसार भारत के संविधान में स्वतंत्रता सेनानियों, बलिदानियों की आकांक्षाओं अपेक्षाओं को साकार करने का प्रयास किया है, ताकि वंचित वर्गो, महिलाओं को विशेष अधिकार प्रदान कर, समता मूलक समाज की स्थापना की जा सकें। डॉ. शिखा गुप्ता ने छात्राओं को बताया, भारत की आजादी जितनी महत्वपूर्ण थी, उतना ही महत्वपूर्ण था भारत संविधान का निर्माण। संविधान का परिपालन करना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है। कार्यक्रम का संचालन कर रहें डॉ. शिरीष परसाई ने कहा कि, हमारे देश का संविधान हमारी राजनीतिक व्यवस्था का वह बुनियादी ढॉंचा निर्धारित करता है, जिसके अन्तर्गत जनता शामिल होती है।
महाविद्यालय में छात्राओं तथा स्टाफ ने संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस के समारोह का जीवंत नेतृत्व करते हुए, महामहिम राष्ट्रपति जी के कार्यक्रम का अवलोकन किया। इस अवसर पर बडी संख्या में महाविद्यालय की छात्राऐ एवं प्राध्यापक उपस्थित रहे।
डॉ. आर.एस. मेहरा प्राचार्य

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
