

सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के 40 साथी 17 वर्ष बाद मिले, ताजा हुई पुरानी यादे
फिर लौटा बचपन और युवा मन
यूं तो सफर मेरा मुश्किल से कटता है, यार मिल जाते हैं तब पता ही नहीं चलता।
खंडवा।
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय कल्याण गंज के लगभग 17 वर्षो बाद पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा में पढऩे वाले 40 साथी एक साथ मिले और अपने जीवन कार्यकाल की उपलब्धियों की जानकारी एक-दूसरे से साझा कर बचपन और युवामन की यादों को ताजा किया। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय मित्र मंडल के तत्वावधान में स्कूली सत्र सन 2003-4 के सहपाठी जो पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा में अध्ययनरत थे, उनका मिलन समारोह नगर स्थित एक निजी परिसर में संपन्न हुआ। सभी सहपाठियों के एक साथ मिलन का यह प्रयास आकाश गुप्ता के अथक प्रयासों के चलते सफल हुआ, जिसमें देशभर से अलग-अलग शहरों में निवासरत एवं भिन्न-भिन्न व्यवसाय में कार्यरत 40 साथी एक साथ एकत्रित हुए और आगे की अपनी शिक्षा, कामकाज, पारिवारिक स्थिति और स्कूली घटनाक्रमों को सभी ने एक-दूसरे से साझा कर आनंद का अनुभव किया। आशीष माखीजा ने बताया कि काफी दिनों से मन में एक प्रसन्नता जाहिर हो रही थी कि सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में पढ़े हम सभी सहपाठी खंडवा में एकत्रित हो और यह प्रयास सफल हुआ। सभी ने आत्मीय प्रसन्नता का अनुभव करते हुए अपनी बातों को साझा किया। आज मैं सहपाठियों के मध्य जो आत्म विश्वासपूर्ण प्रेंम से लबालब आत्मीयता देख रहा हुं जो आज के इस दौर में देखनें को नहीं मिलती। हम सभी ईश्वर से यही कामना करते हैं कि मित्रों के बीच आत्मियतापूर्ण व्यवहार अनवरत बना रहे। मिलन समारोह के दौरान उपस्थित किसी साथी ने पुरानी यादों को साझा किया तो किसी ने स्कूल के घटनाक्रम को मजाकिया अंदाज में सुनाकर सभी को गुदगुदाया। वहीं गीत गाकर भी यादों को ताजा किया। यह जानकारी देते हुए निर्मल मंगवानी ने बताया कि कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन पश्चात हुआ। इसमें कई मित्र 17 साल बाद एक दूसरे से मिले। सोशल मीडिया पर तो सभी एक दूसरे से टच में थे, परंतु कोई भी स्कूल के बाद मिला नही था। 17 साल बाद मिलकर सभी की स्कूल की यादें ताज़ा हुई। इस अवसर पर ग्रुप द्वारा मिलाजुला संगीत निशा का आयोजन भी किया गया। जिसमें नगर के प्रसिद्ध संगीतकार गायक विकास विश्वकर्मा द्वारा दोस्ती पर मनमोहक गीतों की प्रस्तुति कर सभी का मन जीत लिया। आयोजित मिलन समारोह में आनंद शर्मा, आशीष माखीजा, अभिजीत झंवर, आकाश गुप्ता, अखिलेश पटेल, अमित पहारे, अमित राठोड, अमितेश बजाज, अंकुश गीते, अंशुल फडणविस, अवधेश शर्मा, आयुष जैन, धीरज बिसारे, दिग्विजय सिंह मौर्य, दिनेश वासवानी, गौरव डोंगरे, हरि अग्रवाल, जैकी पालीवाल, कमलेश सूर्यवंशी, मनीष बिनवानी, पवन डेम्बरा, पवन वसवानी, प्रवीण अग्रवाल, प्रवेश महेश्वरी, डॉ. प्रेमांश दुधे, राहुल अग्रवाल, राहुल बंसल, रोहिताश्व डोंगरे, सचिन तोमर, संजीव गोयल, सत्येंद्र सोनी, शांतुल पारे, सुमित शर्मा, तरुण सेन, उज्ज्वल चौधरी, विजेंद्र तोमर, विकास मित्तल, विकास विश्वकर्मा और रोहित जोशी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आकाश गुप्ता एवं अंत में आभार हरि अग्रवाल द्वारा व्यक्त किया गया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
