

बात उसकी करो
बात अगर किसी और की करना ही है,
तो उसकी करो, जिसमें कोई बात हो ।
हृदय भरा हो प्रेम से सभी के लिए सदा,
नफरतों का न कोई कहीं पर भी नाम हो।
शक्ति हो भुजाओं में अतुल नयन दया भरे,
न करे, न सहे जुल्म, न छेड़े जज़्बात को।
त्याग तप: मूर्ति हो सेवा भाव परिपूर्ण हो,
जिसे देख सभी का चित्त हमेशा शांत हो।
द्वेष से परे सदा आदर सभी का जो करे,
जिसके रहते लगे सुरक्षा सारे समाज को।
सत्येंद्र सिंह
पुणे

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।

प्रासंगिक!?
सभी के लिए मंगल कामनाएं करती मधुर रचना। संपादक जी और सत्येंद्र जी आपको हार्दिक बधाई!?
बहुत बहुत धन्यवाद सोनी जी।