

दीपावली का पावन त्योहार
गणेश -लक्ष्मी
दिया -बाती
खील -बताशा
फुलझड़ी -पटाखा
ही नहीं है,
दीपावली का पावन त्योहार।
साफ -सफाई
पूजा -पाठ
कर्म -कांड,
ही नहीं है
दीपावली का पावन त्योहार।
राग -द्वेश
शिकवा- शिकायत
लड़ाई-झगड़े
हैं हमारे अंधकार,
जिनको दूर करना,
ही है
दीपावली का पावन त्योहार।
जीवन में, समाज में
देश में
जहां -जहां भी है अंधकार
वहां प्रकाश फैलाना
और दूर भगाना
ही है,
दीपावली का पावन त्योहार।।
श्रीमती शेफालिका सिन्हा
रांची, झारखंड।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
