काव्य भाषा : हर मुश्किल में – आर एस माथुर इंदौर

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हर मुश्किल में

मुझे याद करना हो दिल में
आन मिलूंगा हर मुश्किल में

कश्ती कभी नहीं डूबेगी
धारा साथ रहे साहिल में

उससे ही रिश्ता मुफीद है
जो ख्याल रक्खे महफिल में

वह जरूर भोगेगा मुश्किल
हालत से रहता गाफिल में

तेरा रूप न ओझल होता
रोशन रोशन है झिलमिल में

खूबसूरती दोबाला है
रूप समाया जैसे तिल में

आर एस माथुर
इंदौर

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