रंग मंचीय अभिनय कार्यशाला का चतुर्थ दिवस रंग कर्मियों के नाम रहा

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रंग मंचीय अभिनय कार्यशाला का चतुर्थ दिवस रंग कर्मियों के नाम रहा

इटारसी।
अखिलभारतीय साहित्य परिषद नर्मदापुरम संभाग द्वारा आयोजित रंगमंच अभिनय कार्यशाला के चतुर्थ दिवस रविवार होने के चलते प्रशिक्षणार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर नाट्य कला मेंं उत्कृष्ट निर्देशन कर अपनी छाप छोड़ने वाले वरिष्ठ रंग कर्मियों संजय श्रोती, नीरज सिंह, सरताज सिंह चौहान प्रियंक नागर दिनेश प्रजापति, राकेश अहिरवार के साथ रूबरू होकर अभिनय की बारीकियों को गहनता से समझने का अवसर मिला। वरिष्ठ रंगकर्मियों ने प्रतिभागियों की अनेक जिज्ञासाओं का समाधान किया। वरिष्ठ मंच रंगकर्मी संजय श्रोती जोकि जिनको की कास्टिंग, निर्देशन, शेट डिजाइनर की महारत हासिल है ,जिनके निर्देशित प्रसिद्ध नाटक आधी रात के बाद ,कालजयी भीम बेटिका डेढ़ इंच ऊपर पर फांसी से बढ़कर बकरी कुर्सी तंत्र, पुत्र माटी का, समरथ को नहिं दोष गुसाईं राष्ट्रीय स्तर पर सराहे जा चुके हैं ने बतलाया कि मंच पर अभिनय करने के लिए मंच को 9 भाग में बांटा गया है मंच के किस भाग पर आपको कैसे काम करना है काध्यान रखना होगा ।अभिनय में उच्चारण भाव अभिव्यक्ति पर महारत हासिल कर अभिनय करें तो दर्शक आपके अभिनय के प्रभाव से अछूते नहीं रह सकते ।आपकी चाल ढाल व्यवहार एवं चरित्र से भाषित होना चाहिए कि आप कलाकार हैं ।अभिनय के क्षेत्र में बाड़ी की फिटनेस उच्चारण की तैयारी संवाद की तैयारी कैसी हो की जरूरत होती है रंगकर्मी एवं सहायक प्राध्यापक दिनेश प्रजापति ने एक नाटक कर प्रस्तुति दी जिसकी उपस्थित जनों ने सराहना की। कार्यक्रम के सुचारू संचालन में बीके पटेल, भगवान दास बेधड़क विनोद कुशवाहा एवं राजकुमार दुबे का सहयोग रहा।

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