
अंतराष्ट्रीय योगा दिवस पर विशेष
शारीरिक व्यायाम ही है योग ,
प्राण की साधना भी है योग …
स्वास्थ्य शरीर की माँग है योग,
जीवन के लिये अनिवार्य है योग…
खुले मन से अपनाने का नाम है योग ,
बंद आँखों से साँसों का नियंत्रण भी है योग …
जीने की कला को अवगत कराता है योग ,
जीवन को नया आयाम दिलाता है योग …..
राष्ट्र से अंतराष्ट्रीय स्तर तक प्रचलित हुआ है योग ,
फिर भी संपूर्ण विकसित नहीं हुआ है योग …
दो नयनों से दिखाई देता बाहरी योग…
मन से खुद की पहचान कराता है योग …
कुन्ना चौधरी
जयपुर

This Page Copy Form https://yuvapravartak.com/
योग दिवस की शुभकामनाएँ 🥳