
कुंडलियाँ भी जायेंगी पलट
आशा का दीप जलाये रख
जैसा है समय,वही तूँ चख
तम तो हटना ही है एक दिन
तूँ रह, जीवन्त,और न थक
समय का पहिया,चलता रहता
नदिया का जल बहता रहता
दिन,रात हैं आते और जाते
ब्रज,समय,बदलता है करवट
कोई मन्जिल न दूर कभी
परबत भी छोटा,करता इंसाँ
मुट्ठी में बँधेंगे, एक दिन कष्ट
कुंडलियाँ भी जायेंगी पलट
डॉ ब्रजभूषण मिश्र
भोपाल

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।