
हॉकी के रोमांच पर पहुंची प्रतियोगिता, दर्शक उठा रहे हैं लुत्फ: हरदा, उमरिया, टीकमगढ़, बालाघाट, गुना और सागर अगले दौर में
इटारसी।
हॉकी होशंगाबाद के तत्वावधान में गांधी मैदान पर खेली जा रही राज्य स्तरीय अंतर्जिला सीनियर हॉकी प्रतियोगिता के दूसरे दिन छह मैच खेले गये। आज हरदा, उमरिया, टीकमगढ़, बालाघाट, गुना और सागर ने अपने-अपने मैच जीतकर अगले दौर में प्रवेश किया। आज प्रतियोगिता के आकर्षण रहे, हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचंद, जो बैतूल से भोपाल लौटते वक्त यहां मैदान पर पहुंचे। उन्होंने रायसेन और बालाघाट टीम के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया। अन्य अतिथियों में एससी लाल, कर्नल जुनेजा, यज्ञदत्त गौर, राहुल चौरे, चंचल पटैल, मन्नी छाबड़ा, आशीष शर्मा ने भी टीमों से परिचय प्राप्त किया।
बच्चों को बताये हॉकी के गुर
ओलंपियन अशोक ध्यानचंद ने इटारसी के नन्हें हॉकी खिलाडिय़ों को खेल के नींव स्तर से सीखने के गुर बताए। खेल पर ध्यान देने, हॉकी से बाल पर नियंत्रण कैसे रखा जाए, जैसी बारीकियां बतायीं, जब दोनों में तालमेल हो, नियंत्रण हो जाए तो फिर तकनीक की तरफ ध्यान दें। बच्चों ने उनकी सीख को ध्यान से देखा और सुना। इस अवसर पर हॉकी होशंगाबाद के अध्यक्ष प्रशांत जैन, कार्यकारी अध्यक्ष शिरीष कोठारी, हॉकी मप्र के सहसचिव दीपक जेम्स, वरिष्ठ खिलाड़ी एससी लाल, अरुण राबर्ट, दीप सिंह ठाकुर, मो. जाफर, आशीष शर्मा, हिमांशु बाबू अग्रवाल, रवि हरदुआ, मनीष कोलते, असद खान, सचिव कन्हैया गुरयानी, शफीक खान, प्रवीण यादव, रविन्द्र जोशी, आरिफ खान, निशांत अगस्टीन, गिडियन अल्फे्रड, नितिन राज, दीपू कौल, अजय अल्वर्ट सहित अन्य अनेक सदस्य मौजूद थे।
ये रहे मैच के परिणाम
हरदा-3, दमोह-0
उमरिया-6, रतलाम-0
टीकमगढ़-7, उज्जैन-2
बालाघाट-4, रायसेन-0
गुना-4, देवास-0
सागर (शहडोल के नहीं आने पर वॉकओवर से जीत)
ये थे अम्पायर
असद खान सिवनी, मो.जाकिर जबलपुर, रितेश जबलपुर, रवि हरदुआ इटारसी जिला होशंगाबाद, प्रवीण पसेरिया जबलपुर, प्रवीण यादव जबलपुर, मनीष कोलते इटारसी।
प्रदर्शन मैच खेला गया
आज का अंतिम मैच सागर और शहडोल के मध्य खेला जाना था। लेकिन, शहडोल की टीम नहीं आने से सागर के साथ डीएचए इटारसी मल्टीस्टार के मध्य प्रदर्शन मैच खेला गया। यह मैच सागर ने 3-2 के अंतर से जीता।
हॉकी जमीनी खेल, क्रिकेट बिकाऊ गेम
क्रिकेट बिकाऊ गेम है, इसमें पैसा बहुत है। लेकिन, हॉकी जमीनी खेल है। यहां जब खिलाड़ी आता है तो वह केवल खेल सीखने और देश के लिए खेलने आता है। यह बात ओलंपियन अशोक ध्यानचंद ने यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कही। इटारसी की हॉकी के विषय में उन्होंने कहा कि यहां बड़े-बड़े टूर्नामेंट हुए हैं, वे स्वयं झांसी की टीम से इटारसी के मैदान पर खेले हैं, यहां बड़ी-बड़ी टीमें खेलने के लिए उत्साहित होती हैं। वे स्वयं आकर आत्मविभोर होते हैं। यहां से विवेक सागर जैसे खिलाड़ी और निकलने के सवाल पर वे बोले, कि एक नहीं कई विवेक सागर निकल सकते हैं। विवेक सागर अपनी मेहनत से आगे बढ़े हैं, हमें उन पर नाज है। संगठनों में आपसी मतभेद के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई भी संगठन खेल की बेहतरी के लिए बनते हैं, सभी को आपसी मतभेद से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार करने के लिए यहां एस्ट्रोटर्फ की महती आवश्यकता है, उन्होंने स्वयं इसके लिए प्रयास किये थे। सरकारों को चाहिए कि हम ऐसी जगहों को चिह्नित करें, जहां हॉकी होती हो, जहां से प्रतिभाएं निकलती हैं।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।