काव्य भाषा : नया साल आपका बेमिशाल हो -सतीष भारतीय सागर

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नया साल बेमिशाल हो

नया साल आपका बेमिशाल हो,
जहाँ भी हो आप खुशियों का धमाल हो.

यह साल जिन्दगी का एक कदम है,
खुशनुमा इस जीवन में हम और तुम है.

जिन्दगी की इस बेला में खुद भी घूमों,
और दूसरों को भी घुमाते रहो.

संघर्ष में बस खुद करो मजबूत करो,
मुश्किलों में भी अपने कदम बढ़ाते रहो.

पल-पल आपके पास शांति हो मुस्कान हो,
जीवन का हर लम्हा आप पर कुर्बान हो.

इन खूबसूरती के पलों में मधुर गीत गाते रहो,
दिल में जो भी छुपा हो बस हमकों बताते रहो.

इस वर्ष आपको ढेर सारा प्यार मिले, सम्मान मिले,
सुख ,समृद्धि आपका पता पूछे और हर पल आपको ज्ञान मिले.

यह साल आपका खुशनुमा हो, जीवन एक इतिहास हो,
पल-पल आपके साथ, सुख समृद्धि का वास हो.

जीवन में एक नाम कमाओ ,हर लम्हा पहचान बनाओ,
अपने कर्म पर डटे रहो तुम ,इस परिवार के साथ रहो तुम.

जीवन एक संघर्ष है, मुश्किलों को पार करो तुम,
जिंदगी अच्छी गुजर जाए, हर पल नया कदम रखो तुम.

जीवन में आप दीर्घायु हो, सदा न्याय के साथ रहें,
ईश्वर से हम दुआ करेंगे, हर लम्हा आप स्वास्थ्य रहें।

सतीष भारतीय
सागर

1 COMMENT

  1. वाह, उत्साहित करती कविता
    नव वर्ष मंगलमय हो
    बधाई

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