

नवगीत नई गज़ल लिख
सलीका और सऊर हो
तो बहकने का मजा है
वरना तो मय और मैखाना
भी हो जाती सजा है
मय और मैखाने हैं
जब से आम हुए
तब से पीने वाले सभी
हैं बदनाम हुए
पहले पीते थे नजरों से
नजर न आते थे
होते थे मदहोश भी
खबर न बन पाते थे
तौबा कर ले ब्रज मय से
बस मधुशाला लिख
नवगीत ,नई गज़ल लिख
गीत जीने वाला दिख
डॉ ब्रजभूषण मिश्र
भोपाल

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
