

होशंगाबाद हेल्पलाइन की टीम ने बुजुर्ग अम्मा को इटारसी के वृद्धाश्रम पहुंचाया
होशंगाबाद।
कोविड 19 के संक्रमण के चलते लॉक लॉकडाउन में कई समितियों ने काम किया इसी तरह होशंगाबाद में इस लाकडाउन में सेवा कार्यो को समर्पित होशंगाबाद हेल्पलाइन जिसने कोरोना महामारी के समय निरंतर 5-6 महीने नर्मदा घाटों, हॉस्पिटल एवं शहर में फसे लोगो ओर अपने गंतव्य स्थान तक पलायन कर रहे लोगो को बिना किसी सपोर्ट के भोजन कराने में जुटे रहे संस्था के लोगों ने हर भरसक प्रयास किये लॉक डाउन में फसे लोगों के लिए संस्था के इसी प्रकार के कई कार्य एवं जन सेवा को समर्पित है । संस्था लॉक डाउन के बाद भी कई जनसेवा के कार्यों में तत्पर है ।
ऐसा ही प्रेरणात्मक कार्य संस्था द्वारा किया गया है मामला जब एक बुजुर्ग अम्मा उम्र लगभग 80 वर्ष जो अपने पैरों पर ना चल पा रही थी ना खाना खाया था ना पानी पिया था, जानकारी मिलते ही संस्था द्वारा तत्काल मदद पहुंचाई गई ।
दरअसल सागर जिले की रहने वाली अम्मा को सिर्फ बेटे बलदेव का नाम याद है जिसे अम्मा होशंगाबाद की सड़कों पर भूखी प्यासी दर्द से तड़पती हुई ढूंढ रही थी,,बेटे को ढूँढते हुए अम्मा सर्किट हाउस वीआईपी रोड पर एडिशनल एसपी अवधेश प्रताप सिंह के बंगले के सामने पहुँची उसी समय कुछ तेज़ गति से आरहे युवकों की गाड़ी से अम्मा बची यह बात होशंगाबाद हेल्पलाइन के संचालक गजेन्द्र सिंह चौहान एवं गजेन्द्र सिंह राजपूत को मिलने पर तत्काल टीम के साथ अम्मा के पास पहुँचे।।
अम्मा की हालत बेहद खराब थी जिसे ठीक से सुनाई भी नही दे रहा था , अम्मा ने एक साड़ी ओर एक गंदा सा कम्मल रखे हुए चीख रही थी इतनी कड़ाके की ठंड के समय ये बुजुर्ग अम्मा की हालत बहुत खराब थी, ओर सड़क पर रह रही थी । संस्था ने तुरंत अम्मा के लिए खाने की व्यवस्था कर खाना खिलाया पानी पिलाया,, अम्मा की हालत को देखते समझ संस्था के लोगों को समझ नही आ रहा था के क्या किया जाए ,, जानकारी लेने पर पता चला कि शहर में कोई भी अच्छा वृद्धाश्रम नही है सांथ ही जो है उसमें जगह नही है तभी एडिशनल एसपी अवधेश प्रताप सिंह जी से बात कर स्थिति बताई । यह बात सुनकर अडिशनल एस पी ने तत्काल एसडीओपी मंजू चौहान के साथ बँगले के सामने पहुँचे अम्मा को दर्द और ठंड से करहाते देख तत्काल इटारसी के अपना घर वृद्धाश्रम में बात कर भेजने की व्यवस्था कराई। जिसके बाद डायल 100 के साथ हेल्पलाइन सदस्यों ने इटारसी के वृद्धाश्रम में बात कर अम्मा के रहने की व्यवस्था कराई।
इस कार्य मे राहुल पटवा, वैभव सिंह सोलंकी, कपिल चौहान, आदि ठाकुर, दीपक कहार, हर्षित केवट उपस्थित रहे।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
