

दीप
अमावस का तम
दीपों का दम
सिखाता , दिखाता और समझता
आशा का एक भी दीया
यदि है जलता
तो निराशा का तम
कर सकता खत्म
फैला सकता उम्मीद का उजाला।
राजीव रंजन शुक्ल
पटना ,बिहार

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।

बहुत अच्छी कविता।मन में वोहवाद का एक दिया ही सारे तम को हर सकता है।
शुभकामनाएं
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अति सुन्दर रचना ??