

नारी रूप
किताब पढ़ते हो तुम
मुख देखा, पर पढ़ा नहीं
रूप में उलझते रहे
मेरी मूर्ति को गढ़ा नहीं
होठों में रस देखते
मेरी वाणी पढ़ते नहीं
नयन का सौंदर्य देखते
भाषा तुम समझते नहीं
मुझमें क्या क्या है,जानो
धैर्य,करुणा,समर्पण
सेवा,सहनशक्ति,क्षमा
ब्रज,संहारक भी मुझे जानो।
– डॉ ब्रज भूषण मिश्र
भोपाल

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
