काव्य भाषा : माँ अम्बे की सच्ची श्रद्धा – भारती यादव ‘ मेधा ‘ रायपुर

228

Email

माँ अम्बे की सच्ची श्रद्धा

जय माँ अम्बे नव दुर्गे भवानी
कर दो कृपा अब हे महारानी
कष्ट हरो माँ महिषासुरमर्दिनी
मुक्त करो विषाणु से जग जननी….

नौ दिन के नव रूप तुम्हारे
दरस करे नैना, हैं बाँह पसारे
चिंता, दुख और क्लेश मिटा दे
कर माँ महिमा, पार लगा दे..

हाथ खडग और तलवार उठाओ
सौम्य रूप ना अभी दिखलाओ
दलन करो दुष्टों का तुम तो
नारी का सम्मान बचाओ

करूँ नमन मैं नौ रूपों का
हाथों को जोड़े और शीश नवा
माँ तुमपे है सच्ची श्रद्धा
दूर करो यह व्याधि व विपदा…..

भारती यादव ‘ मेधा ‘
रायपुर, छत्तीसगढ़

स्वरचित मौलिक

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here