

मैं मुझी तक सीमित नहीं हूँ
इतनी दूर चलकर आई हूँ
अभी मंजिल को पाना है,
मैं मुझी तक सीमित नहीं हूँ
अभी शिखर तक जाना है…
दुनिया मेरे बस में नहीं
मैं स्वयं की आदी हूँ,
नाकामी की चोट पर मरहम
दहलीज लांघी आजादी हूँ…
ख्वाहिश बस इतनी सी
बदलना ये जमाना है,
हठ की दुनिया से बाहर
जीवन जीना सिखाना है…
इतनी दूर चलकर आई हूँ
अभी मंजिल को पाना है,
मैं मुझी तक सीमित नहीं हूँ
अभी शिखर तक जाना है..
माही सिंह
राजपुर

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
