
हे कृष्ण कहो कब आओगे
हे मेरे साँवरे कान्हा अब आ जाओ
कब तक तेरी राह निहारे
बतलाओ मेरे साँवरे
ये नयना तेरे दर्श का दीदार चाहें
बता तूने कैसी लीला रचाई
बाँसुरी धुन बजा अपना जादू चलाया
ओ मेरे साँवरे कान्हा अब आ भी जाओ
कण कण तेरा रूप सवारें
हम सब हुए तेरे बिन बावरें
तेरी नटखट बाल रूप की लीला
मेरे इन अँखियों में है समाई
वृन्दावन में गोपियों संग तुमने रास रचाया
आओ मुरली मनोहर अपना दर्श दिखा जाओ
ग्वाल बाल संग टोली बना माखन चुराए
जीवन की नित क्रियाएं दिखाए
धर्म का अर्जुन को गीता सार बताए
हर युग में कर्म सत्य की राह दिखाए
हे देवकीनंदन इस जीवन का उद्धार कर जाओ ।
– भावना गौड़
ग्रेटर नोएडा(उत्तर प्रदेश)

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
हरे कृष्ण🙏🙏👌🏼👌🏼