

दोहों में प्रभु गजानन्द
भाद्रपद सदा आप से ! , हो जाता है दिव्य ।
गाँव , शहर , घर में सजे , गणेश मूरति भव्य ।।
करो कृपा इस बार प्रभु , चरण धूलि दो द्वार ।
ऋद्धि -सिद्धि शुभ लाभ कुल , संग बसे परिवार ।।
शुक्ल चौथ पर हैं सजे , प्रभु गणेश – दरबार ।
वर्ण भेद, बिन नस्ल के , समता लगे कतार ।।
मंदिर में उमड़ता , भक्तों का सैलाब ।
कृपा दृष्टि से आपकी , पूर्ण होय सब ख्वाब ।।
माँ – पिता – जग सेवा का , देय पर्व सन्देश ।
विराजो हर – घट मन में , हर जन बने गणेश ।।
डॉ.मंजु गुप्ता
वाशी , नवी मुंबई ।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।

अति सुंदर