

नारी जग की तारिणी
नारी जग की तारिणी, धरती रुप अनेक ।
सँवारती है गेह को ,अपनी बुद्धि विवेक ।।
( १ )
तू अबला तू शक्ति है,तू ही लक्ष्मी जान ।
जो तेरा आदर करे,मिले सदा ही मान ।।
( २ )
कौशल्या अरु कैकई , सबको मान समान ।
पुत्र सदा ही पूजते , ममता बड़ी महान ।।
( ३ )
आओ हम सब मिल करें , जननी का सम्मान ।
नेह और ममता सदा ,देती हमको दान ।।
( ४ )
शंकर सिंह सिदार
चिपरीकोना, भंवरपुर
महासमुन्द ( छ ग )

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
