

अहिंदी भाषी राज्य में हिंदी का परचम लहराया कोलकाता की श्रेया ने
इंदौर। पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में रहने वाली राजस्थानी मूल की छात्रा श्रेया अग्रवाल ने सीबीएसई की 10वीं कक्षा की परीक्षा में हिंदी में 99 अंक हासिल करके न सिर्फ अपने शिक्षकों बल्कि माता-पिता को भी चकित कर दिया। पश्चिम बंगाल में कुल 3 छात्राओं को हिंदी में 99 फ़ीसदी अंक मिले हैं जिनमें श्रेया का नाम शामिल है। श्रेया कोलकाता की सुशीला बिरला गर्ल्स स्कूल की छात्रा है ।एक अहिंदी भाषी राज्य में रहने के बावजूद श्रेया का हिंदी की ओर झुकाव बेहद प्रशंसनीय है। हिंदी ही नहीं अन्य विषयों में भी उसने काफी अच्छे अंक प्राप्त किए हैं और बंगाल के टॉपर्स की सूची में शामिल है ।श्रेया ने अंग्रेजी में 96,गणित में 92, विज्ञान में 95 और सामाजिक विज्ञान में 96 अंक हासिल किए हैं । वह अपने दादाजी श्रवण कुमार अग्रवाल के साथ राजस्थान में स्थित भोनवास गांव अक्सर जाती है ,जहां वे प्रभुदयाल प्रभातीदेवी सीनियर हायर सेकेंडरी स्कूल के संचालक और ट्रस्टी भी हैं।जाहिर है उसके पारिवारिक माहौल को भी उसके उत्कृष्ट प्रदर्शन का श्रेय जाता है। श्रेया के पिता राकेश कुमार एवं माँ ऋतु चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं।श्रेया रोज एक घंटा हिंदी पढ़ती है। उसका कहना है कि हिंदी में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए सबसे पहले विषय में गहरी दिलचस्पी और इससे आत्मीय लगाव होना जरूरी है ।अच्छे अंक हासिल करने के लिए शुरू से ही नियमित पढ़ाई करनी जरूरी है ।श्रेया अपने पिता एवं दादाजी की तरह बड़ी होकर बिजनेसवुमन और समाज सेवक बनना चाहती है और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी महती भूमिका निभाना चाहती है।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
