काव्य भाषा : भारत की नारी – मंजू भारती फौजदार ,अलीगढ़ उत्तर प्रदेश

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“भारत की नारी”

मेरे भारत की नारी का सम्मान बचाना होगा ।

औरत को औरत के लिए सोच में परिवर्तन लाना होगा।।
नर नारी समतुल्य हैं नर को यह सत्य बताना होगा ।

स्त्री शक्ति को जागृत कर यह , अलख जगाना होगा ।।
हर बाला को अपना ख्वाब शिरोधार्य लगाना होगा ।

सच महिला को ही महिला का मंच बनाना होगा ।।
रूढ़ियों से बाहर निकल कर अब तो आना होगा ।

वेश नहीं परिवेश बदलकर देश जगाना होगा ।
हर महिला को यह संकल्प निभाना होगा ।।

रचना मौलिक स्वरचित
रचनाकार
मंजू भारती फौजदार
अलीगढ़ उत्तर प्रदेश

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