
किसान
विधा – दोहा
(1) मेहनती होता कृषक,
करता हरदम काम ।
खूब मेहनत वह करे,
करे नहीं आराम ।।
(2) रोज सुबह वह घूमता,
सिर पर पगड़ी मार ।
अन्न उगाकर वह बने ,
सबका पालनहार ।।
(3) नई- नई तकनीक से ,
खेती करे किसान ।
बढ़ते पैदावार से ,
बनता कृषक महान ।।
(4) कहलाता मित्रों वहीं,
धरती का भगवान ।
हाथ बढ़ाता देश के ,
उन्नति हेतु किसान ।।
शंकर सिंह सिदार
चिपरीकोना, भंवरपुर “बसना”
जिला-महासमुन्द ( छ. ग.)

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा ‘ युवा प्रवर्तक ‘ के प्रधान संपादक हैं। साथ ही साहित्यिक पत्रिका ‘ मानसरोवर ‘ एवं ‘ स्वर्ण विहार ‘ के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है।
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